वर्क पैकेज 1
वर्क पैकेज 2
वर्क पैकेज 3
वर्क पैकेज 4
वर्क पैकेज 5
वर्क पैकेज 6
वर्क पैकेज 7
वर्क पैकेज 1
कार्य संकुल 1: पाठ्यक्रम की रूपरेखा के विकास हेतु व्यापक आवश्यकताओं का विश्लेषण

कार्य संकुल 1 का मुख्य लक्ष्य सैद्धांतिक शोध और साक्षात्कार के माध्यम से और अधिक गहन विश्लेषण करना है, जो यूरोप और एशिया में मौजूद अंतर्राष्ट्रीय शरणार्थी कानून, मानव अधिकार कानून, समुद्र के कानून और प्रवासन, नैदानिक कानून व्यवस्था और वकालत प्रशिक्षण के लिए इसकी सुरक्षा के समान क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय ढांचे के HEI विधि स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की पहचान और विश्लेषण करने के लिए लिए किया गया है।

साथ ही, यह 21 वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होने के लिए अपने कौशल को उन्नत करने के लिए शैक्षणिक कर्मचारियों की जरूरतों की जांच करेगा।

भले ही प्रस्ताव तैयार करने के लिए एक व्यापक विश्लेषण किया गया हो ((समन्वयक और सभी परियोजना भागीदारों के प्रश्नावली और साक्षात्कार के साथ गहन संचार के माध्यम से), गहन विश्लेषण प्रासंगिकता और प्रभाव के संदर्भ में, निम्नलिखित परियोजना गतिविधियों को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगा।

निष्कर्ष

D1.1: एशिया में समान पाठ्यक्रम की पहचान

D1.2: यूरोप में समान पाठ्यक्रम की पहचान एवं सर्वोत्तम अभ्यास

D1.3: एलएलएल पाठ्यक्रम तैयार करना

D1.4: बलात् प्रवासन और लोकतंत्र पर ज्ञान केंद्रों के निर्माण और ILFM VLE पर विशिष्टियों का विवरण

D1.5: अंतर्राष्ट्रीय विधि एवं बलात प्रवासन में विधि स्नातकोत्तर का विवरण मान्यता मापदंड दिशा निर्देश प्रक्रिया शामिल होगी I

वर्क पैकेज 2
कार्य संकुल 2 का प्रमुख उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय विधि एवं बलात् प्रवासन में विधि स्नातकोत्तर हेतु प्रशिक्षण सामग्री एवं ILFM ज्ञान केंद्र और ILFM VLE को वितरित करने के साथ मुख्य मॉड्यूल की रचना एवं विकास करना हैI
कार्यक्रमों का विकास शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक सहभागीयो से सर्वेक्षण एवं आवश्यकताजनित पाठ्यक्रम के विवरण परिभाषित करने के साथ होगा


यूरोपीय सहभागी तब पाठ्यक्रमों के मूल विषयों को विकसित और स्थापित करेंगे, जो या तो नए है या पहले से ही विद्यमान हों, जो उचित रूप से संशोधित होंगे, जिन्हें बाद में अकादमिक एशियाई सहभागीयो द्वारा अनुरूप बनाया जाएगा और स्थानीय आवश्यकताओं के अनुकूल बनाया जाएगा।
पाठ्यक्रम क्षेत्रीय औद्योगिक और सेवा जरूरतों के अनुरूप होंगे।
मुख्य परियोजना एवं शोध भाग को एशियाई सहभागीयो की सिफारिशों के साथ यूरोपीय संघ के अकादमिक भागीदारों के अनुभव के आधार पर विकसित किया जाएगा I


द्वितीय चरण में, पाठ्यक्रम प्रत्येक एशियाई देश की विशेष आवश्यकताओं के अनुरूप होगा I
समस्त सहभागियों के मध्य मुख्य पाठ्यक्रम समान रहेगा लेकिन राष्ट्रीय आकांक्षाओं के आधार पर वैकल्पिक पाठ्यक्रम अलग किया जाएगा I


निष्कर्ष


D2.1: पाठ्यक्रम विकास के लिए यूरोप की अध्ययन यात्रा


D2.2 ILFM ऑनलाइन VLE का विकास


D2.3.1: कार्यप्रणाली और उपकरणों का विवरण


D2.3.2: “अंतरराष्ट्रीय कानून एवं बलात् प्रवास” में विधि स्नातकोत्तर हेतु ILFM की रूपरेखा का निर्माण


D2.3.3: शिक्षक मार्गदर्शिका


D2.4: बलात् प्रवासन प्रवासन और लोकतंत्र पर ज्ञान केंद्र
वर्क पैकेज 3
इस कार्य संकुल में, सभी प्रतिभागियों के कर्मचारियों के बीच गहन सहयोग के माध्यम से क्षमता निर्माण को दृढ़ता से बढ़ावा दिया जाएगा, एशियाई भागीदारों की क्षमता बढ़ाना, यूरोपीय शैक्षणिक निकायों और उनके एशियाई समकक्षों के बीच संबंधों को बढ़ावा देना और समस्याओं के प्रगतिशील समाधानों का समर्थन करना इस कार्य संकुल का मुख्य उद्देश्य है ।
इस चरण में पाठ्यक्रम की एक संक्षिप्त प्रस्तुति (प्रतिकृति प्रशिक्षण) भी आयोजित की जाएगी ।
विशेष रूप से, शैक्षणिक कर्मचारियों में व्यावसायिक विकास, कई मुख्य तरीकों में से एक है जिसके द्वारा ILFM परियोजना एशियाई सहभागियों HEIs में क्षमता का निर्माण करेगी


उच्च शिक्षा संस्थानों में व्यावसायिक विकास के अवसर अक्सर सीमित होते हैं एवं इस परियोजना के माध्यम से, प्राध्यापकों को अपने साथियों से अपने- अपने अध्ययन क्षेत्र में, विभिन्न देशों में मिलने का अवसर दिया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय संघ में साथ काम करने से, प्राध्यापक विभिन्न दृष्टिकोणों से अवगत हो सकेंगे और अपने विषय में नई अंतर्दृष्टि प्राप्त करेंगे


यह कार्य संकुल, यूरोप में, सहभागी राष्ट्रों के प्राध्यापकों को अग्रणी विशेषज्ञों के साथ मिलकर कार्य करने की अनुमति देगा, अंतर्राष्ट्रीय विधि एवं बलात प्रवासन के मुद्दों पर अपने कौशल और ज्ञान को अद्यतन करेगा और नवीन शिक्षण पद्धतियों का उपयोग करके संबंधित विश्वविद्यालयों में नए विधि स्नातकोत्तर कार्यक्रमों को तैयार करेगा


निष्कर्ष


D33.1: LLL पाठ्यक्रमों के लिए प्रशिक्षण योजना


D3.2: प्रतिकृति प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण योजना


D3.3: शैक्षणिक कर्मचारी प्रशिक्षण के लिए एशिया के लिए क्षमता निर्माण प्रशिक्षण
वर्क पैकेज 4
कार्य संकुल 4: पाठ्यक्रमों की मान्यता और वितरण



कार्य संकुल 4 में परियोजना में पहले किए गए सभी गतिविधियों और डिलिवरेबल्स को एशियाई भागीदारों HEIs के रूप में परीक्षण के लिए रखा जाएगा जो कि कार्यक्रम का वितरण करेंगे।


भारत मलेशिया और म्यांमार में विधि स्नातकोत्तर कार्यक्रम की सफल मान्यता से पूर्व यह एक अनिवार्य चरण है
इस कार्य संकुल में नए एवं न्याय एवं उन्नत विधि स्नातकोत्तर कार्यक्रम हेतु समस्त गतिविधियां प्रारंभ की जाएगी
ये गतिविधियाँ प्रशिक्षण सामग्री (कक्षाओं, वृत का अध्ययन और दूरस्थ शिक्षा) की तैयारी और प्रशिक्षकों की गतिविधियों (प्रतिकृति प्रशिक्षण) के प्रशिक्षण पर आधारित होंगी।
इस कार्य संकुल के माध्यम से विधि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की उचित प्रक्रियात्मक स्थापना के लिए सभी आवश्यक कार्य होंगे।


इसमें निश्चित ही वे मामले शामिल रहेंगे, जहां कार्यक्रम के समस्त नतीजों पर समस्त सहभागियों द्वारा बारीकी से नजर रखी जाएगी एवं मूल्यांकन विवरण, कार्यक्रम की मध्यावधि एवं अंत में तैयार किया जाएगा जो इसके प्रभाव का प्रलेखन करेगा एवं इसके संशोधन हेतु सुझाव प्रस्तुत किए जाएंगे


निष्कर्ष


D4.1: सहभागी राष्ट्रों में उन्नत पाठ्यक्रम का प्रत्यायन विवरण


D4.2: सहभागी राष्ट्रों में ILFM विधि स्नातकोत्तर कार्यक्रम का वितरण I


D4.3: अंतरिम ILFM कार्यक्रम मूल्यांकन विवरण


D4.4: अंतिम कार्यक्रम मूल्यांकन रिपोर्ट


वर्क पैकेज 5
कार्य संकुल 5: परियोजना गुणवत्ता आश्वासन


इस WP का उद्देश्य गतिविधियों को बेहतरीन कार्यप्रणाली के साथ सुनिश्चित करना है जिससे सुसंगत एवं बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके I
परियोजना के स्थायित्व को प्राप्त करने के लिए उच्च स्तरीय प्रदर्शन प्राथमिकता है और इस प्रकार सभी सहभागीयों और बाहरी विशेषज्ञों के समन्वय से , कार्य संकुल नेता द्वारा प्रयास किए जाएंगे।


विभिन्न कार्यों की प्रकृति के अनुसार उन पर लागू की जाने वाली प्रक्रियाओं, तकनीको और उपकरणों के साथ एक संपूर्ण गुणवत्ता रणनीति परिभाषित (M3) की जाएगी I
परियोजना के कार्यान्वयन के दौरान, प्रभाव एवं स्थिरता प्राप्त करने हेतु, गुणवत्ता के स्तर को प्राप्त करने हेतु , आंतरिक एवं बाह्य गुणवत्ता जांच दोनों के लिए जिम्मेदारी सौंपी जाएगी


निष्कर्ष


D5.1: आंतरिक परियोजना गुणवत्ता नियंत्रण


D5.2: बाह्य गुणवत्ता जांच


वर्क पैकेज 6
कार्य संकुल 6: प्रसार और समुपयोजन


परियोजना के अंतर्गत, लक्ष्य समूहों की आवश्यकताओं एवं हितों के आधार पर विभिन्न प्रसार सामग्रियों को तैयार किया जाएगा I
इस दृष्टिकोण के पीछे प्रमुख विचार यह है कि उनमें से प्रत्येक अपने स्वयं के संदेश के अनुसार परियोजना गतिविधियों एवं कार्यक्रमों में भाग ले और अपना योगदान प्रदान करें


प्रसार गतिविधियों को चार स्तरों में वर्गीकृत किया गया है तथा विभिन्न उद्देश्यों के लिए कई तौर-तरीकों के साथ संबोधित किया गया:


– आंतरिक प्रसार


– बाह्य प्रसार


– क्षेत्रीय प्रसार


– EU/ अंतरराष्ट्रीय प्रसार


निष्कर्ष


D6.1 : प्रसार योजना


D6.2: ILFM प्रसार संकुल


D6.2.1: वेबसाइट स्थापना एवं संचालन


D6.2.2: दैनिक प्रसार


D6.3: राष्ट्रीय और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय गोल मेज बैठक


D6.4: राष्ट्रीय विमर्शगोष्ठी


D6.5: ILFM अंतिम सम्मेलन


वर्क पैकेज 7
कार्य संकुल 7: परियोजना प्रबंधन


WP7 तकनीकी और प्रशासनिक / वित्तीय दोनों दृष्टिकोणों से एक सुचारू परियोजना कार्यान्वयन सुनिश्चित करने पर केंद्रित है I


एक उच्च कुशल और अनुभवी टीम के समर्पण द्वारा प्रभावी और संतोषजनक परियोजना प्रबंधन


– उच्च गुणवत्ता और स्थायी परिणामों की परियोजना गतिविधियों के कार्यान्वयन और वितरण का प्रबंधन (सभी भागीदारों के योगदान और निश्चित समय में) जो राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय स्तर को प्रभावित करेगा ; I


– प्रशासनिक एवं वित्तीय मामलों का सही से निष्पादन I अनुभवी कर्मचारी, इरास्मस+ नियमों और विनियमों के अनुसार एक उपयुक्त बजट निष्पादन और औचित्य निर्धारण हेतु, महत्वपूर्ण होंगे


निष्कर्ष


D7.1: प्रशासनिक एवं वित्तीय विवरण


D7.2: तकनीकी कार्यान्वयन विवरण


D7.3: आभासी एवं आमने-सामने परियोजना विवरण


D7.4: सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधन उपकरण